काटे नहीं कटा वक़्त और उम्र गुज़रती चली गयी
कब हुई सुबह शाम, क्या ख़बर,िज़ंदगी यूँ ही थमती चली गयी
बहुत रंग हैं तेरी दुनिया में, िफर क्याें फीके रह जाते हैं कुछ आसमाँ
ज्याें ज्याें क़ुदरत का निखरा हुस्न, किसी की दुनिया उजड़ती चली गयी
कब हुई सुबह शाम, क्या ख़बर,िज़ंदगी यूँ ही थमती चली गयी
बहुत रंग हैं तेरी दुनिया में, िफर क्याें फीके रह जाते हैं कुछ आसमाँ
ज्याें ज्याें क़ुदरत का निखरा हुस्न, किसी की दुनिया उजड़ती चली गयी
TRANSLITERATION
Kaatay naheen kata waqt, aur umr guzartee chalee gayee,
Kab huyee subah shaam, kya khabar, zindagee yoon hee thamtee chalee gayee
Bahut rang hain teri duniyaa mein, phir kyon pheekay reh jatey hain kuchch aasmaan
Jyon jyon qudrat ka nikhraa husn, kiseeki duniya ujadtee chali gayee.
TRANSLATION
Time doesn’t pass, yet lifetimes end
Unaware of dusks & dawns, life stands still
Your world is so colorful, yet some skies remain colorless
Even as Nature’s beauty deepens, somebody’s world falls apart
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