यादों की दौलत
चुराए हुए वो खुशनुमा पल किस्मत की लकीरों से
न जाने कैसे गुम हो गए दर्द के अंधेरों में
दो दिलों की धडकनों का संगीत थमा, सहमी होठों की मुस्कान
वो सपने जो संजोये थे हमने
तुमने साथ साथ
क्यों बनते बनते मिट
गए हमारी तकदीरों से
चुराए हुए वो खुशनुमा पल किस्मत की लकीरों से
न जाने कैसे गुम हो गए दर्द के अंधेरों में
वो हंसी की फुहार वो
मदमस्त छेड़छाड़
वो बेफिक्री का आलम वो
आसमानों की ललक
धुंआ बनकर बिखर गई
तूफ़ान के थपेड़ो में
चुराए हुए वो खुशनुमा पल किस्मत की लकीरों से
न जाने कैसे गुम हो गए दर्द के अंधेरों में
यादों की दौलत ज़हन के
तहखाने में, बेखुदी में लुटा न दूं मैखाने में
लेकिन करूँ क्या, बाँट
भी नहीं सकता उसको
न फकीरों में और न ही
अमीरों में
चुराए हुए वो खुशनुमा पल किस्मत की लकीरों से
न जाने कैसे गुम हो गए दर्द के अंधेरों में
वो दौर ठहाकों और मजाकों का, खूब चला दोस्तो यारों में
सीख लिया था टेढ़ीमेढ़ी पगडंडियों पर गिरना और संभालना
फिर भी फँस गए वक्त की हेराफेरियों में
चुराए हुए वो खुशनुमा पल किस्मत की लकीरों से
न जाने कैसे गुम हो गए दर्द के अंधेरों में
वो बारिश की बूंदों को चखना, तूफानों को बाँधने
का दम रखना
फिर हवा के इक झोंके ने मचाई तबाही बेहिसाब
हम देखते रह गए बंधे वक्त की जंजीरों में
चुराए हुए वो खुशनुमा पल किस्मत की लकीरों से
न जाने कैसे गुम हो गए दर्द के अंधेरों में
The
Treasure of Memories
Those happy moments stolen from
fateline
Don’t know how they were
lost in the gloom of pain
Symphony of beats of two hearts paused, smile froze on lips
Those dreams we cherished
together
Were erased from our
destiny supine
Those happy moments stolen from
fateline
Don’t know how they were
lost in the gloom of pain
That spray of laughter and
woozy teasing
That blithe flair and ardour for the skies
All scattered like smoke
in a storm alpine
Those happy moments stolen from
fateline
Don’t know how they were
lost in the gloom of pain
The wealth of memories in
mind’s cavern
I daren’t lose it in a
tavern
I can’t gift it away to
the rich or mystics divine
Those happy moments stolen from
fateline
Don’t know how they were
lost in the gloom of pain
We fell and recovered on
the uneven paths
Still got tangled in the
vagaries of time
The spell of laughter and
humour among friends was fine
Those happy moments stolen from
fateline
Don’t know how they were
lost in the gloom of pain
Tasted raindrops and
gabbled away, kept storms under our sway
We watched tied in the
shackles of time
When a waft of breeze
wrought such ruin
Those happy moments stolen from
fateline
Don’t know how they were
lost in the gloom of pain
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